Monday, 23 March 2020

kiya chin ko mila korona ka ilaj

किया चीन को मिल गया है कोरोना का इलाज ?
ब्रेकिन न्यूज़ 


कोरोना को लेकर पिछले तीन महीनो  और अब  पुरे विश्व में फैला  हुआ है ईरान से लेकर इटली  तक और इग्लैंड से लेकर अमेरिका तक और अब  तो  इंडिया  में भी कोरोना दाखिल हो  चूका है  चीन से निकले इस जानलेवा वायरस का इलाज  अभी तक नहीं है   है   वैसे ही इस  रहस्य  सुलझाया नहीं जा सका है लिहाजा इस की   तह तक जाना बहुत जरुरी है की वो कब ,कैसे और कहा से आया 



हेलो दोस्तों मै आप का दोस्त सुमित त्रिपाठी आपके लिया हु किया है  कोरोना  पर चीन का  सच 
चीन की बहन लैब में घातक वायरस रिसर्च कर रहे वैज्ञानिको ने  अपने माइक्रोस्कोप में एक अजीब तरह का वायरस  देखते है जिसे मेडिकल हिस्ट्री में पहले कभी नहीं दखा गया था फिर बुहान के शी फ़ूड के आसपास के सभी लोगो को अचनाक बुखार  आने लगता है जिनके टेस्ट के लिए सेम्पल लैब में बजे गए फिर ये सेम्पल बुहान स्टूड  ऑफ़ वैरोलजी नेशनल बायोसेफ्टी लैब के पास पहुंचे फिर उनके माइक्रॉस्कोम में जो जो दिक् रहा था न वो आने वाले ग्लोबल खतरे का संकेत  था  लेकिन वहा के चीनी  अधिकारियो ने बदनामी और अफरा तफ्दी के बचने के लिए वह के अधिकारियो ने उनको  खामोश करा दिया है लेकिन डॉक्टर ली  वेंग लियाना के यहाँ  स्थानीय मार्केट लगभग 7 मरीज वह पहुंचे ये वही डॉक्टर ली वेन लियान  थे जिन्हो ने पहली बार  जानलेवा वायरस से आगाह कराया था बैरहाल इन मरीजों को देखकर उनको समज में आ चूका था की वे अनजान किसी घातक वायरस का शिकार  हो गए है उन्होंने तुरंत  वह के दूसरे डॉक्टर को अलट किया और अपनी रिपोर्ट दी और वे वी  चैट  एप्प  पर अपने कॉलेज के दोस्तों ,जानकारों और रिस्तेदारो को  आगाह कर दिया फिर वह पर उनके इस मैसेज का स्क्रीन शॉट फेमस हो वह पर फिर उनके साथ किया हुआ हम आगे बताते है जब चीन और पूरी दुनिया नये साल के जश्न में डूबे थे तभी तभी उनकी  निचे  फैल रहा  था  7 से 14   14 से 42  और ये  संख्या सैकड़ो में पहुंच  गई  लेकिन चीन इसको रोकने की बजाय छुपाने में लगा रहा अफरा तफ्दी से बचने के लिए इस जानलेने वायरस की खबर को सामने आने नहीं दिया  लेकिन अंदर ही अंदर बुहान इन्स्यूट ऑफ़ नेशनल बायॉसेप्टि लैब में इसकी जांच चलने दे इस लैब ने कई वर्षो से चमगाड़ो से होनी वाली बीमारी पर रिसर्च चल रही थी ये रिसर्च इस लिए नहीं चल रही थी की बुहान और उसके आसपास के क्षेत्रों में इस संख्या ज्यादा है जब की इस लिए चल रही थी क्यों की वहा  के लोग चमगादड़ का मांस और सुप पिने का चलन ज्यादा था  और अब तक की हो रही जाचो में ये साबित हो चूका था  की होना हो ये खतरनाक वायरस इन्ही चमगादड़ो से फैला है चाइनीज सेंटर फ़ूड कन्ट्रो डिजिड एंटीवेसल  के डेटा भी इसी तरफ इसरा  रहे थे  और डॉक्टर ली वे लियॉन और अपने डॉक्टर साथियो के साथ  लोगो के आगाह कर रहे थे बल्कि पीड़ितों को आइसोलेट वार्ड में रखकर अपने तौर पर  इलाज भी कर रहे थे  इसी बीच ये खबर चीन से निकल कर दुनिया तक पहुचनी शुरू हो गई  आखिर में चीन ने भी मान लिया की उसके मुल्क को कोरोना नामक महामरी ने जाकड़ लिया है वही चीन ने 34 साल के वाइरल हो चुके कोरोना वायरस वाले मेसेज का रिझान लेते हुए नोटिस भेज  जवाब भी मांगा लेकिन डॉक्टर ली की परेशनिया नहीं खतम नहीं हुई इसके तुरंत बाद उन पर अफवाह फैलाने का आरोप भी लागा दिया गया  और उन्हे लिखित में माफी मागनी  पड़ी इसी बीच बुहान के आसपास और पुरे चीन में फैल गई  थीं और उससे होनी वाली मौतो का अकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा था और अचनक खबर आई की कोरोना वायरस की खबर देने वाले डॉक्टर की मौत हो गई है  और बताया गया  ली 12 जनवरी से हॉस्पिटल में भर्ती थे  और 30  जनवरी को पता चला वे कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके है चीन ने बताया की भरपूर कोशिशों के बाद में बचाया नहीं जा सका  बुहान सेण्टल हॉस्पिटल ने अपनी रिपोर्ट में बताया की 7 जनवरी के रात करीब 2 बजकर 58 मिनट पर हुई  बताया गया की उन्हे कफ और बुखार था हाला की सरकार विरोदी गुटों का मानना है था की चीन ने उनको इस महामारी का खुलाशा करने की सजा दी है और ये खबर तब भी हावी हुई जब करीब 20000 कोरोना पीड़ित मरीजों को मरने की सलाह सुप्रीम प्यूपल  कोर्ट में अर्जी देने की बात आई थी मगर ये दोनों खबरे कन्फर्म नहीं हो सकी  लेकिन वो कन्फर्म हुआ था अबतक के सबसे जानलेवा वायरस का सच और हजारो लोगो को अपनी चपेड़ में लेकर मार चूका था डॉक्टर ली वेन लियॉन जिन्हो ने सबसे पहले कोरोना वायरस से आगाह किया था उनकी भी मौत अब हो चुकी है  अब ये पता नहीं की की उनकी मौत कोरोना वायरस से हुई या चीन की सरकार ने कोरोना वायरस के खुलाशा करने की सजा दी  ये फिहाल सवाल बना हुआ है और ये भी सवाल बना हुआ है की ये वायरस चमगादर से फैला है या चीन की लैब से खुद के वैज्ञानिक इस चीज़ का दावा कर रहे है की ये वायरस चीन की लापरवाही से फैला है चीन के एपिसेंटर और पुरे बुहान शहर में  इस कदर सन्नाटा पसर गया की वहाँ कर्फु  जैसे हालत बन गये  WHO की टीम ने जब बुहान शहर का दौरा किया तब वहाँ  हर तरफ बस खौफनाक सन्नाट ही पसरा था बस पोलिस के हूटर इस सन्नाटे को चीरते थे सूरज की किरणे दिन का ऐसास  कराती थी और रात में गुप्प अंधेरा किसी कब्रस्तान जैसा लगता था  बुहान शहेर से शुरू हुआ और पुरी   दुनिया  में फैला चीनी वैज्ञानिक ने दवा किया की बुहान  शहर से नहीं जब की यहाँ से 300 गज में फैली सरकारी लैब से फैली है  चीनी वैज्ञानिको ने दवा किया W H D C में ऐसे जानवरो को  रखा जिनसे ये बीमारी फैली है   और  सब ज्यादा जुम्मेदार उन चमगादड़ो को मन जा रहा है  जिनमे इसकी तादात 605 है ये बीमारी उस वक्त फैली जब एक रिसर्च के दौरान  एक चमगादड़ ने एक रिसर्चे`पर  हमला कर और उसका खून चमगादड़ की स्कैन से मिला गया और उसके बाद सवार चीन की नियत पर उठने शुरू हो गए  ये जानलेवा वायरस चीन की लैब से निकला ये भी हो सकता है बुहान इंस्टिट्यूट ऑफ़ वायोलॉजी ने इस वायरस  को लीक किया हो ऐसी खबरे पहले भी सामने आ  चुकी है लिहाजा चीन इस से निपटने की बजाये लैब से लीक होनी की खबर को दबाने में लगा है  अमेरिकी सांसद टॉम  कोतुन ने खुलाश किया की वायरस  चीन के बुहान इंस्टिट्यूट ऑफ़ बायोलॉजी से वायरस से लीक हुआ यह एक जैविक हथियार भी हो सकता है जिसे चीन अपनी लैब में तैयार कर रहा था  और बाहर आ गया और चीन जिस तरह कोरोना को लेकर पर्दादारी कर रहा उससे मुझे यही लगता है मै उससे कहता हुँ की वो साबित कर दिखाय की कोरोना लैब से नहीं फिश मार्किट से आया है  चीन कई आरसे से जैविक हथियार बनाने के कई आरसे से कोशिश कर रहा है  ये वारस फैला कैसे  अभी तक इसकी कोई तस्वीर सामने नहीं आई है ख़ैर जो कुछ भी हो लेकिन इस वायरस ने पुरे विश्व को अपनी चपेड़ में चूका है  चीन के बाद ईरान और इटली इस वायरस की सबसे ज्यादा चपेड़ में चुके है    




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